shaikh
मुहब्बत उस्से करता भी है ये दिल मगर बे - खौफ भी बहुत है डरता भी बहुत है
har pal khushi se guzaar dena hi behtar gam ka koi bharosa nahi hai
ख़ुशी का तो कुछ पता नहीं बस चल दिए हैं मुस्कुराते हुए